1930 के ग्राम में और वर्तमान में संस्कृति का तुलनात्मक वर्णन करते हुए:
1930 के ग्राम में संस्कृति अधिक रूप से गांव-आधारित थी, जहां परम्परागत संस्कार, धार्मिकता, और समाजिक संगठन गहरे रूप से प्रभावशाली थे। लोगों की जीवनशैली और व्यवहार में परंपरागत मान्यताओं और समर्थन का महत्वपूर्ण भूमिका थी।
वर्तमान में, संस्कृति का विविधता बढ़ गई है। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में संगीत, कला, वस्त्र, भोजन और जीवनशैली में विभिन्नताएं देखने को मिलती हैं। तकनीकी प्रगति और संचार के विकास ने भी संस्कृति पर अपना प्रभाव डाला है। वर्तमान में संस्कृति अधिक व्यापक, ग्लोबल और आधुनिक है, जिसमें भारतीय परंपराओं को भी समाहित किया गया है।